गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत की राष्ट्रपति का भाषण, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?
गुरुवार, 25 जनवरी 2024
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने भाषण में कहा कि गणतंत्र दिवस आधारभूत मूल्यों और सिद्धांतों को स्मरण करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
राष्ट्रपति ने ये बातें कहीं
हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर बढ़ते हुए अमृतकाल के प्रारंभिक दौर से गुजर रहा है। ये युगांतकारी परिवर्तन का कालखंड है।
जब संसद ने ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पारित किया तो हमारा देश, स्त्री-पुरुष समानता के आदर्श की ओर बढ़ा।
मेरा मानना है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम, महिला सशक्तिकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा। इस अवधि में भारत, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना।
चंद्रयान-3 के बाद इसरो ने एक और सौर मिशन भी शुरू किया। पहला मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान मिशन की तैयारी भी सुचारू रूप से बढ़ रही है।
सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने के लिए सामाजिक न्याय के मार्ग पर हमें अडिग बनाए रखा है। भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी।
इस सप्ताह के शुरुआत में भगवान श्री राम के नए, भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र अवसर देखने का सौभाग्य मिला। इसे इतिहास के बड़े नजरिए से देखें तो आने वाले इतिहासकार इसे भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का एक महत्वपूर्ण चिह्न कहेंगे।
पिछले कुछ सालों में हमारी जीडीपी ग्रोथ रेट दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ऊपर रही है, और हमें पूरा विश्वास है कि ये प्रदर्शन 2024 और उसके बाद भी जारी रहेगा।
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