जब तक युद्ध ख़त्म नहीं होगा, बंधकों को छोड़ने पर कोई बातचीत नहीं होगी: हमास

 21 Dec 2023 ( परवेज़ अनवर, एमडी & सीईओ, आईबीटीएन ग्रुप )
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ग़ज़ा पर इसराइल के हमले में मरने वालों की तादाद 20 हज़ार तक पहुंची

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के बाद इसराइल ने ग़ज़ा पर हमले शुरू कर दिए थे। उस समय से अब तक ग़ज़ा में कम से कम 20 हज़ार फ़लस्तीनी लोगों के मारे जाने की ख़बर है।

ग़ज़ा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि संघर्ष शुरू होने के बाद (एक हफ़्ते के युद्धविराम को छोड़कर) वहां हर दिन औसतन लगभग 300 लोग मारे गए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के क्षेत्रीय आपातकालीन निदेशक रिचर्ड ब्रेनन का कहना है कि वे हताहतों की इस संख्या को भरोसेमंद मानते हैं।

बीबीसी वेरिफाई ने भी आंकड़ों पर अच्छे से गौर किया है।

किसी भी रणक्षेत्र में मृतकों की गिनती करना एक चुनौती का काम होता है।

हालांकि ग़ज़ा में डॉक्टरों का कहना है कि मरने वालों की संख्या और अधिक हो सकती है। वो इसलिए कि इस आंकड़े में बमबारी से तबाह हुई इमारतों के मलबे में दबे हुए या अस्पताल नहीं ले जाए गए शव शामिल नहीं हैं।

मरने वालों की संख्या बहुत अधिक

दुनिया​ भर में होने वाले युद्धों में मारे जाने वाले लोगों की संख्या जांचने के एक्सपर्ट प्रोफ़ेसर माइकल स्पेगाट ने इस बारे में बात की।

प्रोफ़ेसर माइकल स्पेगाट ने 2003 के इराक़ युद्ध, कोलंबिया के नागरिक संघर्ष, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में हुए युद्ध और इसराइल और ग़ज़ा के बीच की पिछली लड़ाई में भी हताहतों के आंकड़ों पर काम किया था।

माइकल स्पेगाट के अनुसार, इस युद्ध में मौतों की दर 'असाधारण रूप से उच्च' रही है।

माइकल स्पेगाट ने कहा, "2008 से हो रहे ग़ज़ा के कई युद्धों की तुलना में इस युद्ध के हताहतों की संख्या कहीं अभूतपूर्व है।''

लेबनान सीमा पर गोलीबारी के बाद हिज़बुल्लाह ने इसराइली शहरों पर रॉकेट हमले किए

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

इसराइल ने कहा है कि लेबनान के ईरान समर्थित हिज़बुल्लाह ने रात के वक़्त उसके शहरों पर रॉकेट हमले किए हैं। ये हमले किरयत श्मोना और उत्तरी इसराइल के अन्य शहरों पर किए गए हैं।

बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को इसराइल और लेबनान की सीमा पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई थी।

दूसरी तरफ़, हिज़बुल्लाह का कहना है कि इसराइल लेबनान के गांवों को लगातार निशाना बना रहा है और उसने इसी की जवाबी कार्रवाई में रॉकेट हमले किए हैं।

लेबनान के सरकारी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसराइल के लड़ाकू विमानों ने उसके इलाके में सीमा के भीतर 20 किलोमीटर अंदर हवाई हमले किए हैं।

इसराइल ने इस पर जवाब दिया है कि उसने हिज़बुल्लाह कमांड सेंटर को निशाना बनाया था।

इस बीच, गोलान हाइट्स के इसराइली कब्जे वाले इलाके पर सीरिया की तरफ़ से चार रॉकेट दागे गए हैं जिसके बाद इसराइली फौज ने सीरियाई फौज की एक चौकी पर भी बमबारी की है। गोलान हाइट्स सीरिया का इलाका है जिसपर इसराइल ने कब्ज़ा कर रखा है।

लाल सागर में जहाजों पर हूती के हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

लाल सागर में कई कारोबारी जहाजों पर यमन के हूती विद्रोहियों के हमलों पर भारत के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया आई है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत इस पर क़रीबी नजर बनाए हुए हैं।

विदेश मंत्रालय के साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में इससे संबंधित एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "भारत हमेशा से कारोबारी जहाजों के निर्वाध आवागमन का समर्थक रहा है। हम वहां के घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। हम मुक्त समुद्री यातायत के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा हैं।''

इसराइल-ग़ज़ा युद्ध: हमास ने इसराइल पर कई रॉकेट दागे, निशाने पर तेलअवीव

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

हमास ने ग़ज़ा पट्टी से इसराइल के तेलअवीव पर कई रॉकेट दागे हैं।

रॉयटर्स न्यूज़ एजेंसी की ख़बर के अनुसार तेलअवीव में सायरन सुने जाने के बाद लोगों को बम शेल्टर में शरण लेनी पड़ी।

इसराइल के आयरन डोम सिस्टम ने रॉकेटों को हवा में ही मार गिराया और इससे किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है।

वहीं, इसराइली सेना ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में उन्होंने ग़ज़ा में 300 से अधिक ठिकानों पर हमले किए हैं।

गज़ा में इसराइल-हमास जंग शुरू हुए दो महीने से ज़्यादा हो चुके हैं। इस संघर्ष में अब तक ग़ज़ा में 19 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।  अमेरिका, ब्रिटेन और फ़्रांस समेत कई देश सीज़फ़ायर के लिए इसराइल पर दबाव बना रहे हैं।

जब तक युद्ध ख़त्म नहीं होगा, बंधकों को छोड़ने पर कोई बातचीत नहीं होगी: हमास

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

हमास ने कहा है कि फ़लस्तीनी समूहों ने आगे बंधकों को छोड़े जाने के विचार को ख़ारिज कर दिया है। हमास ने कहा कि जब तक इसराइल युद्ध ख़त्म करने पर सहमति नहीं जताएगा, वो बंधकों को नहीं छोड़ेंगे।

टेलीग्राम पर अरबी भाषा में जारी बयान में हमास ने कहा, "फ़लस्तीन के लोगों का निर्णय है कि बंधकों या कैदियों की अदला बदली को लेकर आगे कोई बातचीत तब तक शुरू नहीं होगी जब तक आक्रामकता ख़त्म नहीं होती।

हालांकि, अब तक ये स्पष्ट नहीं है कि हमास किन समूहों का हवाला दे रहा है। ग़ज़ा पट्टी में इस्लामिक जिहाद एक छोटा समूह है और उन्होंने भी इसराइली बंधकों को रखा हुआ है।

युद्ध विराम को लेकर मिस्र के काहिरा में बातचीत चल रही है। बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को हुई बातचीत का कोई परिणाम निकल नहीं पाया। ऐसा कहा जा रहा है कि हमास का कहना है कि वह कुछ दिनों के युद्ध विराम पर तैयार नहीं होगा।

नवंबर 2023 के अंत में छह दिनों के संघर्ष विराम के दौरान हमास ने 105 बंधकों को फ़लस्तीनी कैदियों के साथ अदला-बदली में छोड़ा था।

ऐसा माना जा रहा है कि ग़ज़ा में इसराइल के 120 बंधक अब भी हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उत्तरी ग़ज़ा में अब कोई अस्पताल काम नहीं कर रहा है क्योंकि ईंधन ख़त्म हो चुके हैं।

ग़ज़ा में हमास के ख़िलाफ़ अभियान चला रही इसराइली सेना का कहना है कि उन्हें ग़ज़ा सिटी में एक और सुरंग नेटवर्क का पता चला है जो कि हमास के नेताओं से जुड़ा है।

सात अक्टूबर 2023 को हमास ने इसराइल पर हमला किया था और वे 240 लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे। इस हमले में इसराइल के 1,200 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी।

वहीं इसराइल के हमले में ग़ज़ा में अब तक 20,000 लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में युद्धविराम को लेकर एक बार फिर वोट डाले जाने की तैयारी हो रही है।

 

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