इराक़ी प्रशासन ने अपने यहां समाचार एजेंसी रॉयटर्स पर तीन महीनों के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया है। प्रशासन का कहना है कि इराक़ में कोरोना संक्रमण से सम्बन्धित रॉयटर्स की कवरेज ग़ैर-पेशेवराना थी।
समाचार एजेंसी ने गुरुवार को ख़बर दी थी कि इराक़ में कोरोना संक्रमण के मामले सरकारी दावों से कई गुना ज़्यादा हैं।
इराक़ सरकार का कहना है कि उसके यहां कोरोना वायरस के कुल 772 मामले हैं। वहीं, रॉयटर्स के मुताबिक़ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इराक़ सरकार के बताए गए आंकड़ों की पुष्टि नहीं की है।
रॉयटर्स ने अपनी ख़बर में तीन अज्ञात डॉक्टरों का हवाला दिया था और कहा था कि ये टेस्टिंग की प्रक्रिया में करीब से शामिल थे।
इराक़ के कम्युनिकेशन्स ऐंड मीडिया कमीशन ने भी रॉयटर्स पर अज्ञात सूत्रों पर भरोसा करने का आरोप लगाया है। इसने रॉयटर्स को माफ़ीनामा प्रकाशित करने का आदेश दिया है और साथ ही इस पर 21 हज़ार डॉलर का जुर्माना भी लगाया है।
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