ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की साज़िश की निष्पक्ष जांच की मांग की

 15 Dec 2023 ( परवेज़ अनवर, एमडी & सीईओ, आईबीटीएन ग्रुप )
POSTER

ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की साज़िश की निष्पक्ष जांच की मांग की

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा के सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की कथित साज़िश में भारतीय अधिकारियों के शामिल होने के आरोपों की विस्तार से और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

ह्यूमन राइट्स वॉच की ओर से शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023 को जारी एक प्रेस रिलीज़ में आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार विदेशों में रह रहे बुद्धिजीवियों और एक्टिविस्टों के ख़िलाफ़ पहले से ही दुष्प्रचार फैलाने में जुटी हुई है।

ह्यूमन राइट्स वॉच ने ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने और अधिकारों के उल्लंघन में शामिल सुरक्षा बलों को सज़ा दिलाने में नाकाम रहने का आरोप भारत सरकार पर लगाया है।

ह्यूमन राइट्स वॉच की एशिया डायरेक्टर ऐलेन पियर्सन ने कहा है कि अमेरिका और कनाडा में हत्या की साज़िश रचने में भारत की कथित संलिप्तता, ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने की प्रवृत्ति का ही विस्तार है।

सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कनाडा के नागरिक और अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था।

उसके बाद 29 नवंबर 2023 को अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास में एक भारतीय अधिकारी ने भारत के ही नागरिक निखिल गुप्ता को ज़िम्मेदारी सौंपी थी।

इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सात दिसंबर 2023 को कहा था कि भारत ने अमेरिकी ज़मीन पर एक ख़ालिस्तानी नेता को मारने की कथित साजिश के मामले में जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अमेरिका ने इनपुट उपलब्‍ध कराए थे और यह राष्‍ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है।

साथ ही भारत के विदेश मंत्री ने ये साफ़ किया कि कनाडा के आरोपों पर 'इसी तरह की कार्रवाई' की संभावना नहीं है क्‍योंकि कनाडा ने कोई पुख्ता सबूत या इनपुट भारत को नहीं दिया है।

भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और कनाडा की ओर से लगाए गए आरोपों को सामान तरीके से देखने का सवाल ही नहीं उठता है क्‍योंकि एक देश (अमेरिका) ने भारत सरकार को इनपुट उपलब्ध कराए हैं, जबकि दूसरे (कनाडा) ने ऐसा नहीं किया था।

उन्होंने कहा, "जहां तक अमेरिका का सवाल है, अमेरिका के साथ हमारे सुरक्षा सहयोग के तहत हमें कुछ इनपुट दिए गए थे। वे इनपुट हमारे लिए चिंता का विषय थे क्योंकि वे संगठित अपराध, तस्करी से संबंधित थे।  इनका हमारी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है, इसलिए मामले की जांच करने का निर्णय लिया गया और एक जांच समिति का गठन किया गया है।''

"जहां तक कनाडा का सवाल है, हमें कोई विशिष्ट सबूत या इनपुट उपलब्ध नहीं कराया गया। इसलिए दो देशों, जिनमें से एक ने इनपुट दिए है और एक ने नहीं, उनके साथ एक जैसा न्यायसंगत व्यवहार करने का सवाल ही नहीं उठता है।''

अमेरिका ने जब ख़ालिस्तानी नेता की हत्या की कोशिश में भारत सरकार के अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाया तो भारत ने उसे चिंताजनक बताते हुए उस पर जांच समिति गठित कर दी, लेकिन जब सितंबर 2023 में कनाडा ने ख़ालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल होने का आरोप लगाया था तो भारत ने इस आरोप को पूरी तरह ख़ारिज कर दिया था।

 

(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)

इस खबर को शेयर करें

शेयरिंग के बारे में

विज्ञापन

https://www.ibtnkhabar.com/

 

https://www.ibtnkhabar.com/

अल जज़ीरा टीवी लाइव | अल जज़ीरा इंग्लिश टीवी देखें: लाइव समाचार और समसामयिक मामले


https://www.ibtnkhabar.com/

https://www.ibtnkhabar.com/

https://www.ibtnkhabar.com/

https://www.ibtnkhabar.com/

https://www.ibtnkhabar.com/

Copyright © 2024 IBTN World All rights reserved. Powered by IBTN Media Network & IBTN Technology. The IBTN is not responsible for the content of external sites. Read about our approach to external linking