बांग्लादेश: प्रधानमंत्री आवास में लूटपाट, शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति तोड़ने की कोशिश
पीएम शेख़ हसीना के देश छोड़ने के बाद आर्मी चीफ़ ने मीडिया से क्या कहा?
सोमवार, 5 अगस्त 2024
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज़ ज़मान ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि देश में एक अंतरिम सरकार की स्थापना होगी। इसके लिए उन्होंने अलग अलग पक्षों से बात भी की है।
बांग्लादेश में शेख़ हसीना ने प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया है और भारत के अगरतला शहर की तरफ रवाना हो गई हैं।
सेना प्रमुख ने देश को संबोधित करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बांग्लादेश में आंदोलन में जो लोग मारे गए हैं, सेना प्रमुख ने उनके लिए न्याय का भरोसा दिया है।
शेख हसीना के ख़िलाफ़ बांग्लादेश के छात्र जुलाई 2024 से ही आंदोलन कर रहे थे। उनकी मांग है कि देश में ऊंचे सरकारी पदों पर नौकरी में आरक्षण को समाप्त किया जाए।
यह आंदोलन काफ़ी हिंसक हो गया था, जिसमें अब तक क़रीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है। छात्र बाद में शेख़ हसीना के इस्तीफ़े की मांग पर अड़े हुए थे।
शेख़ हसीना साल 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं।
बांग्लादेश में कुछ प्रदर्शनकारियों को ढाका में मौजूद प्रधानमंत्री के सरकारी आवास में घुसते देखा गया है, जबकि हज़ारों छात्रों ने पीएम आवास पर पत्थरबाज़ी भी की है।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री के आवास में प्रदर्शनकारियों ने लूटपाट की
सोमवार, 5 अगस्त 2024
बांग्लादेश में शेख़ हसीना के इस्तीफ़े के बाद प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री के आवास में घुस गए हैं। तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री आवास का सामान उठाकर ले जाते हुए देखा जा रहा है।
ढाका में मौजूद बीबीसी संवाददाता के मुताबिक़ स्थानीय समाचार चैनल में दिखाए गए एक तस्वीर में लोगों को प्रधानमंत्री आवास से सोफे की तरह एक सामान ले जाते हुए देखा जा सकता है।
बांग्लादेश में पिछले महीने से ही छात्र आंदोलन पर थे, पहले उनकी मांग सरकारी नौकरी में आरक्षण को ख़त्म करने की थी। बाद में वो शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़े की मांग कर रहे थे।
थोड़ी देर पहले ही शेख हसीना अपना इस्तीफ़ा देकर भारत के अगरतला शहर की तरफ रवाना हो गई हैं। उसके बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज़ ज़मान ने देश को संबोधित किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर चढ़े, तोड़ने की कोशिश
सोमवार, 5 अगस्त 2024
बांग्लादेश में शेख़ हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर देश से बाहर चले जाने के बाद हज़ारों प्रदर्शकारियों को जश्न मनाते हुए देखा गया है।
ढाका के गणभवन में कुछ प्रदर्शकारी शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर भी चढ़ गए और मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की।
एक प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को बताया है कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में शेख़ मुजीब की मूर्ति को प्रदर्शकारी तोड़ रहे हैं।
मुजीबुर रहमान, शेख़ हसीना के पिता थे। उन्हें बांग्लादेश की आज़ादी का जनक माना जाता है।
शेख़ मुजीब के नेतृत्व में बांग्लादेश ने साल 1971 में पाकिस्तान से आज़ादी की लड़ाई लड़ी थी।
जुलाई 2024 में बांग्लादेश में सर्वोच्च अदालत के आदेश के बाद आज़ादी की लड़ाई में शामिल हुए लोगों के बच्चों को सरकारी नौकरी में आरक्षण की सुविधा दी गई थी।
इस आदेश के बाद ही देश में आरक्षण के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था।
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